Sunday, 29 January 2017

आदर्श प्रश्न कक्षा -7

द्वितीय संकलनात्मक मूल्यांकन
प्रश्न - 1-  सच्चे मित्र कौन होते हैं ?
प्रश्न - 2-  रहीमदास जी ने  क्वार के मास में  गरजने वाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तियों से क्यों की है                 जो पहले कभी धनी थे और बीती बातों को बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं । दोहे के         आधार पर आप सावन के बरसने और गरजने वाले बादलों के विषय में क्या कहना चाहेंगे ?
प्रश्न -3-  दुकानदार और ड्राइबर के सामने अप्पू की क्या स्थिति है ? वे दोनों उसको देखकर पहले परेशान  होते
हैं ,फिर हँसते हैं।  कारण बताइए ।
प्रश्न -4- "कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं " तब क्या होता है ?
प्रश्न -5- "एक तिनका" कविता में किस घटना की चर्चा की गई है , जिससे घमंड नहीं करने का संदेश मिलता                   है?
प्रश्न -6 - घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आस पास के लोगों ने क्या किया ?
प्रश्न -7 - खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है ? अपने घर के उदाहरण देकर स्पष्ट                        कीजिए।
प्रश्न -8 - खानपान में बदलाव  के कौन- कौन से फायदे हैं ? फिर लेखक इस बदलाव को लेकर चिंतित क्यों है ?
प्रश्न -9 - इस आनंदोत्सव की रागिनी मे बेमेल स्वर कैसे बज उठा ? - वाक्य किस घटना की ओर संकेत करता
               है ।
प्रश्न-10- मोर- मोरनी के नाम किस आधार पर रखे गए थे ?
प्रश्न -11-लेखिका महादेवी वर्मा को नीलकंठ की कौन कौन सी चेष्टाएँ बहुत भाती थी ?
प्रश्न -12- मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा ?
प्रश्न -13- भोर और बरखा कविता के आधार पर सावन की विशेषताएँ बताइए ?
प्रश्न -14-"सांप्रदायिक सद् भाव   में कुँवर सिंह की गहरी आस्था थी" -वीर कुँवर सिंह पाठ के आधार पर कथन   की पुष्टि कीजिए ।
प्रश्न -15- आमतौर पर मेले मनोरंजन ,खरीद -फरोख्त एवं मेलजोल के लिए होते हैं वीर कुँवर सिंह ने मेले का                  उपयोग किस रूप में किया ?
प्रश्न -16-"धनराज पिल्लै ने जमीन से उठकर आसमान का सितारा बनने तक की यात्रा तय की है ।" लगभग                    सौ  शब्दों में इस सफर का वर्णन कीजिए ।
 प्रश्न -17-"मेरी माँ ने मुझे अपनी प्रसिद्धि को विनम्रता से संभालने की सीख दी है "- धनराज पिल्लै की इस                        बात का क्या अर्थ है ?
प्रश्न -18- हमारे यहाँ बहुत  से काम लोग खुद नही करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। गांधीजी छेनी,
                हथोड़ा,वसूले आदि क्यों खरीदना चाहते थे ?
प्रश्न -19- विप्लव गायन  कविता का  मूलभाव लिखिए ?
प्रश्न -20- कीचक कौन था ? भीम ने उसका वध   क्यों किया ?
प्रश्न -21- अर्जुन के प्रकट हो जाने पर भीष्म पितामह ने दुर्योधन को क्या समझाया ?
प्रश्न -22- राजकुमार उत्तर के बारे में विराट के मन मे क्या भ्रम  था ?
प्रश्न-23-  अज्ञातवास  का  समय पांडवो ने कहाँ बिताया ? वे किन-किन  नामो से रहे तथा क्या-क्या काम करते                थे ?
प्रश्न -24- अर्जुन ने राजकुमारी उत्तरा से विवाह क्यों नहीं किया ?बाद में उसका विवाह किस के साथ हुआ ?
प्रश्न -25- पांडवों की ओर से शांति प्रस्ताव लेकर हस्तिनापुर  कौन गया ?उसका क्या परिणाम हुआ ?
प्रश्न -26- कुंती कर्ण के पास क्यों गयी ?कर्ण ने कुंती को क्या वचन दिया ?
प्रश्न -27- महाभारत के युद्ध प्रारम्भ होने से पहले कर्ण ने क्या प्रतिज्ञा की ?
प्रश्न -28- घटोत्कच कौन था ?भीम के मूर्छित होने पर उसने क्या किया ?
प्रश्न -29- भीष्म ने युधिष्ठिर को अपनी मृत्यु का क्या कारण बताया ?
प्रश्न -30- द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह की रचना क्यों की ?
प्रश्न -31- अभिमन्यु कौन था? उसके वध हो जाने पर अर्जुन ने क्या प्रतिज्ञा की ?
प्रश्न -32- कर्ण के चरित्र से आपको  क्या शिक्षा मिलती है ?
प्रश्न -33- द्रोणाचार्य का वध किसने तथा कब किया ?
प्रश्न -34- इंद्र द्वारा दी गई शक्ति का प्रयोग कर्ण ने किस परिस्थिति में  किया ?
प्रश्न-35 - अर्जुन ने कर्ण का वध किस प्रकार किया ?
प्रश्न -36- युद्ध में घायल होने पर दुर्योधन कहाँ जाकर छिप गया ? पांडवों ने उसका पता कैसे लगाया ?
प्रश्न -37- दुर्योधन के घायल होने पर अश्वत्थामा  ने क्या प्रतिज्ञा की ?
प्रश्न -38- दुर्योधन ने अपने प्राण कब और क्यों त्याग दिए ?
प्रश्न -39- श्रीकृष्ण ने धृतराष्ट्र को क्या कहकर उनका क्रोध शांत किया ?
प्रश्न -40- महाभारत के युद्ध में विजयी होने पर भी युधिष्ठिर दुखी क्यों थे ?
प्रश्न -41- धृतराष्ट्र ने युधिष्ठिर के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा ? इसके उत्तर में युधिष्ठिर ने उनसे क्या कहा ?
प्रश्न -42- श्रीकृष्ण और बलराम की मृत्यु कैसे हुई ?
प्रश्न -43- पांडवों ने अपना अंतिम समय कहाँ और कैसे बिताया ?
प्रश्न -44- आपके विचार से महाभारत के युद्ध को कौन रुकवा सकता था ?
प्रश्न -45- युधिष्ठिर ने आचार्य द्रोण से कहा -"अश्वत्थामा मारा गया ,मनुष्य नहीं हाथी । "युधिष्ठिर सच       बोलने के लिए प्रसिद्ध थे । आपके विचार से उन्होने सच कहा था या झूठ ?अपने उत्तर का कारण भी                 बताइए ।
प्रश्न -46- महाभारत के युद्ध में आपको जो प्रसंग सबसे अच्छा लगा हो ,उसके बारे में अपने विचार लिखिए और                 यह भी बताइए कि  आपको वह प्रसंग सबसे अच्छा क्यों लगा ?
प्रश्न -47- बड़े भाई की शादी में सम्मलित होने के लिए चार दिन का अवकाश मांगते हुए अपने विद्यालय के       प्राचार्य / प्राचार्या को प्रार्थना पत्र लिखिए ।
प्रश्न -48- खेलकूद का सामान उपलब्ध करवाने  के लिए अपने विद्यालय के प्राचार्य /प्राचार्या को प्रार्थना पत्र
                लिखिए ।
प्रश्न - 49- अपनी परीक्षा की तैयारी की सूचना देते हुए अपने पिता जी को पत्र लिखिए ।
प्रश्न - 50- अनुशासन का महत्व बताते हुए  छोटे भाई को पत्र लिखिए ।
प्रश्न -51- परीक्षा के  समय विद्युत  आपूर्ति मुख्य समस्या बन रही है । विद्युत  विभाग के महाप्रबंधक को
                 नियमित विद्युत  आपूर्ति करने के लिए  पत्र लिखिए ।
प्रश्न -52- किसी एक विषय पर लगभग 200 शब्दो में अनुच्छेद लिखिए --
                              [क] प्रात: काल  भ्रमण के लाभ
                              [ख] एकता में बल
                [ग] मेरी प्रिय पुस्तक
              [घ] मेरा स्वच्छ विद्यालय
              [ड़] समय का सदुपयोग
                [छ] मेरा प्रिय त्योहार
                                                                      [ विद्यार्थी उत्तर खुद तैयार करेंगे ]
                  

Monday, 16 January 2017

आदर्श प्रश्न कक्षा -10

संकलनात्मक मूल्यांकन -2

प्र॰ 1 -   लेखिका मन्नू भण्डारी के व्यक्तित्व  पर किन- किन व्यक्तियों का किस रूप मेँ प्रभाव पड़ा ?
प्र॰ 2 - लेखिका के पिता ने रसोईघर को भटियारखाना क्यों कहा है ?
प्र॰ 3 -   स्त्रियों को पढ़ाने से अनर्थ होते हैं - कुतर्कवादियों की इस दलील का खंडन द्विवेदीजी ने कैसे किया है?अपने शब्दों मेँ लिखिए ।
प्र॰ 4 - पुराने समय मेँ स्त्रियों द्वारा प्राकृत भाषा मेँ बोलना क्या उनके अपढ़ होने का सबूत है? स्त्री  शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए ।
प्र॰ 5 - बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई की मंगल ध्वनि का नायक क्यों कहा गया है ?
प्र॰ 6 - सुषिर -वाद्यों से क्या अभिप्राय है ?शहनाई को 'सुषिर वाद्यों मेँ शाह' की उपाधि क्यों दी गयी है ?
प्र॰ 7 - लेखक की दृष्टि मेँ सभ्यता और संस्कृति की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई है ?
प्र॰ 8 - आग की खोज एक बहुत बड़ी खोज क्यों मानी जाती है ?इस खोज के पीछे रही प्रेरणा के मुख्य स्रोत क्या रहे होंगे ?
प्र॰ 9 - वास्तविक अर्थों में 'संस्कृत व्यक्ति' किसे कहा जा सकता है ?
प्र॰10 - परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन कौन से तर्क दिये ?
प्र॰11 - लक्ष्मण और परशुराम के संवाद का जो अंश आपको सबसे अच्छा लगा उसे अपने शब्दों में संवाद शैली में लिखिए ।
प्र॰12 - लक्ष्मण ने वीर योद्धा की क्या क्या विशेषताएँ बताई है ?
प्र॰13 - कवि ने कठिन यथार्थ के पूजन की बात क्यों कही है ?
प्र॰ 14- छाया मत छूना कविता में छाया शब्द किस संदर्भ में प्रयुक्त हुआ है ? कवि ने इसे छूने के लिए क्यों   मना किया है ?
प्र॰15- मृगतृष्णा क्या है ? छाया मत छूना कविता में इसका प्रयोग किस अर्थ में हुआ है ?
प्र॰16 - आपके विचार से माँ ने ऐसा क्यों कहा होगा कि लड़की होना पर लड़की जैसी मत दिखाई देना ?
प्र॰17 - "पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की, कुछ तुकों कुछ लयबद्ध पंक्तियों की। " इन पंक्तियों को पढ़कर लड़की की जो छवि आपके सामने उभरकर आ रही है उसे शब्दबद्ध कीजिए ।
प्र॰18 - संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा किन- किन क्षेत्रों में दिखाई देते हैं ?
प्र॰ 19 - संगतकार जैसे माध्यम से कवि किस प्रकार के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाह रहा है ?
प्र॰ 20 - गंतोक को मेहनतकश बादशाहों का शहर क्यों कहा गया है ?
प्र॰21 - 'साना साना हाथजोड़ि' यात्रा वृतांत में लेखिका ने हिमालय के जिन-जिन रूपों का चित्र खींचा है, उन्हें  अपने शब्दों में लिखिए ।
प्र॰22 - कितना कम लेकर  ये समाज  को कितना अधिक  वापस लौटा देती है।  इस कथन के आधार पर स्पष्ट कीजिये  कि आम जनता  की देश की आर्थिक  प्रगति मे क्या भूमिका है ?
प्र॰23 - हमारी आज़ादी की लड़ाई मे समाज के उपेक्षित माने जाने वाले वर्ग का योगदान भी  कम नहीं रहा है।
          'ऐही ठैया झुलनी हेरानी' हो रामा  ' कहानी मे लोगों के योगदान को लेखक ने किस प्रकार उभारा है।
प्र॰24 - " मन पर किसी का वस नहीं, वह रूप या उमर का क़ायल नहीं होता।" टुन्नू के इस कथन मे उसका दुलारी के प्रति किशोर जनित प्रेम व्यक्त   हुआ है परंतु उसके विवेक ने उसके प्रेम को किस दिशा की ओर मोड दिया ?
प्र॰ 25- 'ऐही ठैया झुलनी हेरानी हो रामा' , कहानी का प्रतिकार्थ स्पष्ट कीजिए  ।
प्र॰ 26- 'मैं क्यों लिखता हूँ ' कहानी में लेखक के अनुसार प्रत्यक्ष अनुभव की अपेक्षा अनुभूति उसके लेखन में   कहीं अधिक मदद करती है, क्यों ?
प्र॰ 27- क्या बाह्य दबाव केवल लेखन से जुड़े रचनाकारों को ही प्रभावित करते हैं या अन्य क्षेत्रों से जुड़े कलाकारों को भी प्रभावित करते हैं , कैसे ?
प्र॰ 28- रचना के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं ?
प्र॰ 29- वाच्य  की परिभाषा देते हुए उसके भेद बताइए ।
प्र॰ 30- रस की परिभाषा दीजिए  ।
प्र॰ 31-   वीर रस एवं शृंगार रस का एक-एक  उदाहरण दीजिए  ।
प्र॰ 32- शब्द और पद में क्या अंतर है ?
प्र॰ 33- विद्यालय में नियमित उपस्थित रहने और परीक्षा की भलीभाँति तैयारी करते रहने की सलाह देते हुए  छोटे भाई को पत्र लिखिए ।
प्र॰ 34 - अपने पिताजी को पत्र द्वारा बताइए कि आपके विद्यालय में वार्षिक उत्सव किस तरह मनाया गया
प्र॰ 35 - दैनिक हिंदुस्तान के संपादक को पत्र लिखकर बताइए कि लोग अपने वातावरण को स्वच्छ रखने की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं ।
प्र॰ 36- खेलकूद का सामान उपलब्ध करवाने हेतु अपने विद्यालय के प्राचार्य/ प्राचार्या को प्रार्थना पत्र लिखिए ।
प्र॰ 37 - किसी एक विषय पर 300 शब्दों में निबंध लिखिए-
क . दूरदर्शन के लाभ और हानियाँ ।
ख . महंगाई से त्रस्त आम आदमी ।
ग . दहेज प्रथा एक सामाजिक कलंक ।
घ . विद्यार्थी जीवन में पुस्तकालय का महत्त्व ।

[विद्यार्थी उत्तर खुद तैयार करेंगे ]





Wednesday, 4 January 2017

राम लक्ष्मण परशुराम संवाद

                                      आदर्श  पाठ  योजना 

दिनांक: 9/6/2016                         विषय: हिन्दी                                                                  कालांश:
कक्षा: दसवीं                                  उपविषय: राम-लक्ष्मण परशुराम -संवाद                          अवधि:     
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  प्रस्तावना   

1- शिव धनुष कहाँ रखा हुआ था?
2- महाराज जनक ने क्या प्रतिज्ञा की थी?
3- विश्वामित्र जनकपुर क्यों आए थे?

लेखक परिचय


  तुलसीदास जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के राजापुर गाँव मे सन 1532 में हुआ था। इन के पिता का नाम आत्माराम दुबे तथा माता का नाम हुलसी था। अशुभ नक्षत्र में  जन्म लेने के कारण उनके माता-पिता ने इनको त्याग दिया था। ये घूमते-घूमते मांगते खाते बड़े हुए तथा गुरु नरहरि दास के शिष्य बने। इनका विवाह दीनबंधु पाठक की पुत्री रत्नावाली के साथ हुआ। कहा जाता है की अपनी पत्नी के कटुवचन से इन्हे वैराग्य हो गया । इन्होंने  1574 मे अयोध्या मे रामचरित मानस  नामक सुप्रसिद्ध ग्रंथ की  रचना आरंभ की। इनका देहावसान सन 1623 ई॰ मे काशी मे हुआ। इनकी मृत्यु के संबंध मे यह दोहा प्रसिद्ध है -  

संवत सोलह सौ असी, असी गंग के तीर ।
श्रावण शुक्ला सप्तमी तुलसी तज्यो शरीर ॥

रचनाएँ

तुलसीदास द्वारा रचित प्रमुख काव्य ग्रंथ हैं-
रामचरितमानस , कवितावली , दोहावली , गीतावली  , कृष्णगीतावली , विनय-पत्रिका । 
इसके अलावा जानकी मंगल, पार्वती मंगल , रामलला नहछू , बरवै-रामायण , वैराग्य संदीपनी तथा हनुमान बाहुक इनकी रचनाएँ हैं। 
इनमें 'रामचरित मानस' अकेला ऐसा ग्रंथ है जिसने कवि को प्रसिद्धि के चरम शिखर पर पहुँचा दिया।  

अन्विति

नाथ संभुधनु भंजनिहारा । होईहि केउ एक दास तुम्हारा ॥
आयेसु काह कहिअ किन मोही । सुनि रिसाइ  बोले मुनि कोही ॥
सेवकु सो जो करै सेवकाई । अरिकरनी करि करिअ  लराई ॥
सुनहु राम जेहि सिवधनु तोरा । सहसबाहु सम सो रिपु मोरा ॥ 
सो बिलगाउ बिहाइ समाजा । न त मारे जैहहिं सब राजा ॥ 
सुनि मुनिवचन लखन मुसुकाने । बोले परसुधरहि अवमाने ॥ 
बहु धनुही  तोरी लरकाईं । कबहुँ न असि रिस कीन्हि गोसाईं ॥
येहि धनु पर ममता केहि हेतू । सुनि रिसाइ  कह भृगुकूलकेतू  ॥
रे नृपबालक कालबस बोलत तोहि न सँभार ।
धनुही सम त्रिपुरारिधनु बिदित सकल संसार ॥

प्रकरण की प्रासंगिकता 

महाराज जनक के द्वारा यह प्रतिज्ञा की जाती है कि इस विशाल धनुष को जो कोई भी उठा कर प्रत्यंचा चढ़ा देगा मेरी पुत्री सीता का विवाह उसी के साथ संपन्न होगा ।

सामान्य उद्देश्य 

  1.  विद्यार्थियों को राम चरित मानस से परिचित करना । 
  2. विद्यार्थियों में काव्य के प्रति रुचि उत्पन्न करना । 
  3. विद्यार्थियों को कविता लिखने की  प्रेरणा देना । 

विशिष्ट उद्देश्य 

  1. विद्यार्थियों को शिवधनुष की जानकारी देना ।
  2. विद्यार्थियों को परशुराम के बारे में जानकारी देना । 
  3. विद्यार्थियों को पढ़ाई जाने वाली कविता की जानकारी देना ।

व्यह रचना (शैक्षिक प्रविधियाँ)

  1. वाचन विधि 
  2. व्याख्यान विधि 
  3. प्रश्नोत्तर विधि 

स्पष्टीकरण 

प्रस्तुत काव्यांश  में शिवधनुष भंग होने की सूचना से परशुराम अत्यंत क्रोधित होकर जनकपुर आते है तथा सभा मंडप में पूछते है कि यह शिवधनुष किसने तोड़ा है में उसे दंडित करूँगा । तब श्रीराम बड़े विनम्र होकर कहते है कि हे नाथ शिव धनुष तोड़ने वाला कोई आपका सेवक ही होगा । 

सहायक सामग्री 

  1. रामचरित मानस 
  2. श्रीराम , लक्ष्मण और परशुराम के चित्र 
  3. श्यामपट 
  4. चाक , डस्टर 

कठिन शब्द और उनके अर्थ 

नाथ  = स्वामी 
भंजनिहारा  = तोड़ने वाला
आयेसु  = आज्ञा
अरिकरनी  = शत्रु कर्म 
लरिकाई = बचपन 
विलगाउ  = अलग
अवमाने  = अपमान करते हुए 
नृपबालक = राजा का पुत्र 
रिस  = गुस्सा 
विदित = ज्ञात है 
भृगुकुल केतु  = भृगुवंश की पताका रूप परशुराम 
त्रिपुरारिधुन  = शिवधनुष 
सकल  = संपूर्ण 

अर्थग्रहण  संबंधी प्रश्न

  1. कवि  और  कविता का नाम लिखिए ?
  2. परशुराम ने सेवक और शत्रु के बारे में क्या कहा ?
  3. स्वयंवर स्थल पर शिव धनुष तोड़ने वाले को परशुराम ने किस प्रकार धमकाया ?
  4. काव्यांश के आधार पर परशुराम के स्वभाव की विशेषताएँ बताइए । 
  5. काव्यांश में किस छंद और भाषा का प्रयोग किया गया है ?

विषय वस्तु संबंधी प्रश्न 

  1. शिवधनुष जनकपुर में क्यों रखा गया था ?
  2. महाराज जनक ने धनुष उठाने की प्रतिज्ञा क्यों की ?
  3. विश्वामित्र राम लक्ष्मण को जनकपुर क्यों ले गए  ?
  4. परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन कौन से तर्क दिये ?

अतिरिक्त ज्ञान का संप्रेषण 

शिवधनुष का नाम पिनाक था । वह परशुराम के पास था जब महेन्द्र पर्वत पर तपस्या करने गए तब उस धनुष को महाराज जनक के यहाँ धरोहर के रूप में रख दिया था । वह धनुष विशाल था । कोई उसे हिला तक नहीं पाता था । एक दिन सीता ने उसे उठा लिया । विदेह राज ने सीता को धनुष उठाते हुए देख लिया तब उन्होंने यह प्रतिज्ञा की कि जो भी राजा या राजकुमार इस धनुष को उठाकर उस पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा उसी के साथ सीता का विवाह संपन्न होगा । 

छात्रों की सहभागिता 

  1. विश्वामित्र के साथ जनकपुर कौन कौन गए थे ?
  2. शिवधनुष किसने तोड़ा ?
  3. धनुष भंग होने पर परशुराम जनकपुर क्यों आए ?
  4. ' सेवक सो जो करे सेवकाई ' यह कथन किसका है ? 
  5. लरकाई शब्द का क्या अर्थ है ?
  6. काव्यांश की अंतिम दो पंक्तियों में कौन का छंद है ?

जीवन मूल्य 

श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है । वे राजा के पुत्र होते हुए भी अत्यंत विनम्र स्वभाव के थे । धनुष भंग होने पर परशुराम के द्वारा क्रोधित होकर धनुष भंग करने वाले को दंड की धमकी दी गयी तब श्रीराम ने बड़ी विनम्रता का परिचय देते हुए कहा कि हे स्वामी धनुष तोड़ने वाला आपका कोई सेवक ही हो सकता है । उनका यह स्वभाव अनुकरणीय है । 

मूल्यांकन 

  1. महाराज जनक कहा के राजा थे ?
  2. सीता स्वयंवर की  क्या शर्त थी ?
  3. परशुराम का स्वभाव कैसा था ?
  4. परशुराम ने किसको दंड देने की धमकी  दी ?
  5. लक्ष्मण ने मुस्कराते हुए परशुराम से क्या कहा ?

गृहकार्य 

  1. परशुराम के क्रोध करने पर राम लक्ष्मण जी की क्या प्रतिक्रियाएँ हुई ? उनके आधार पर दोनों के स्वभाव की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए । 
  2. अपने किसी परिचित या मित्र के स्वभाव के बारे लिखिए । 
  3. कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि राम सामान्य नहीं है, अपितु अलौकिक है । 

क्रिया कलाप 

  1. कविता से दस चौपाइयाँ याद करके कक्षा में सुनाना। 
  2. श्री राम के जीवन के पाँच प्रसंगों का कक्षा में मंचन कीजिए । 
                                                                                                                                                                  

Tuesday, 7 June 2016

आदर्श पाठ योजना

दिनांक ;6/6/2016                                 विषय ;हिन्दी                                                        कालांश ;प्रथम
कक्षा ;सातवीं                                        उपविषय ;कंचा                                                      अवधि ;35 मि ,

                                       प्रस्तावना   .

                                     [1]     आप कौन कौन से खेल खेलते हो ?
                                     [2]      क्या आप कंचे भी खेलते हो ?
                                     [3]      कंचे कैसे होते है ?
                                     [4]      कंचों के कितने रंग हो सकते है ?

                                     लेखक परिचय 


   

  

     टी पदमनाभन जी का जन्म 1जनबरी 1931 ई ,को चेन्नई के पल्लीकन्नू ,कण्णूर ,मालावार जिले मे हुआ था >इनके पिता का नाम पुथिईदथ  कृष्णन अय्यर तथा माता का नाम देवकी अम्मुकुट्टी था। इनके पिता जी का निधन बचपन मे ही हो गया था। इनका पालन पोषण इनके माता और बड़े भाई ने किया था। ई \इनकी शिक्षा दीक्षा मंगलौर और चेन्नई मे हुई>इनको लघु कहानीकार के नाम से जाना जाता है। इन्होंने वकालत की परीक्षा उत्तीर्ण की तथा थलस्सेरी और कण्णुर कोर्ट मे अभ्यास करने लगे । बाद में इनको FACT कंपनी में मैनेजिंग डाइरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया । इनको एज़्हुथचन वल्लठोल वैलर साहित्य अकादमी पुरस्कार भी प्राप्त हुए है । आजकल ये सेवा निवृत्त होकर लेखन कार्य मेँ जीवन गुजार रहे है ।

                                       अन्विति [गदयांश ]

           स्कूल  की घंटी सुनकर वह बस्ता थामे हुए दौड़ पड़ा ।देर से पहुँचने वाले लड़कों को पीछे बैठना पड़ता था । उस दिन वही सबके बाद पहुंचा था । इसलिए वह चुपचाप पीछे की बेंच पर बैठ गया । 
          सब अपनी-अपनी जगह पर हैं । रामन अगली बेंच पर है । वह रोज समय पर आता है । तीसरी बेंच के आखिर मेँ मल्लिका के बाद अम्मु बैठी है । 
                     जार्ज दिखाई नहीं पड़ता । 
लड़कों के बीच जार्ज ही सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है कितना भी बड़ा लड़का उसके साथ खेले ,जार्ज से मात खाएगा । हारने पर यों ही विदा नहीं हो सकता हारे हुए को अपनी बंद मुठठी जमीन पर रखनी होगी । तब जार्ज काँचा चलकर बंद मुठठी के जोड़ों को ही तोड़ेगा । 
                    जार्ज क्यों नहीं आया ? 
अरे हाँ । जॉर्ज को बुखार है न। उसे रामन ने यह सूचना दी थी। उसने मल्लिका को सब बताया था। 
  जॉर्ज को घर रामन के घर के रास्ते में पड़ता है। 
अप्पू कक्षा की तरफ ध्यान नहीं दे रहा था। 
मास्टर जी। 
उसने हड़बड़ी में पुस्तक खोलकर सामने रख ली। रेलगाड़ी का सबक था। 
रेलगाड़ी......रेलगाड़ी। पृष्ठ सैंतीस। घर पर उसने यह पाठ पढ़ लिया है। 

प्रकरण की प्रासंगिकता :-

प्रस्तुत गदयांश वसंत भाग 2 के कंचा नामक पाठ से लिया गया है जिसके लेखक टी पद्मनाभन  जी है। 
प्रस्तुत गदयांश में लेखक ने अप्पू के कक्षा में देर से पहुँचने की मनोस्थिति का सुंदर चित्रण किया है। 

सामान्य उद्देश्य:-

1-   विद्यार्थियों  हिन्दी विषय के अध्ययन के प्रति रुचि जाग्रत करना। 
2-  विद्यार्थियों को गद्य लेखन की प्रेरणा देना।
3-  विद्यार्थियों  को कंचे के बारे में जानकारी देना। 

विशिष्ट उद्देश्य:-

1-  विद्यार्थियों को पढ़ाये जाने वाले पाठ की संक्षिप्त जानकारी देना। 
2-  विद्यार्थियों को कठिन शब्दो के अर्थ समझाना। 
3-  विद्यार्थियों को गदयांश का आशय समझाना। :-

                            व्यूह रचना [शैक्षिक प्रविधियाँ]:-

1-  समूह परिचर्चा विधि 
2-  व्याख्यान विधि
3-  प्रश्नोत्तर विधि

                              स्पष्टीकरण

लेखक ने बताया है कि अप्पू कक्षा मे देर से पहुँचा अत ; उसे सबसे पिछली बेंच पर बैठना पड़ा । आज वह कक्षा मे जॉर्ज को खोज रहा था क्योंकि वह कंचे के खेल का अच्छा खिलाड़ी था । पूछने पर उसे पता चला कि जॉर्ज को बुखार है इसलिए वह आज नहीं आया तभी मास्टर जी ने कक्षा में प्रवेश किया । वे रेलगाड़ी के बारे मे पढ़ा रहे थे ,परंतु अप्पू का मन कंचों की ओर था। वह जॉर्ज के साथ कंचे खेलने की बात सोच रहा था ।

                              सहायक सामग्री

       [1]  -       कंचों के चित्र तथा कुछ कंचे । 
       [2]  -       श्यामपट्ट ,डस्टर चॉक आदि । 

                              कठिन शब्द और उनके अर्थ 

    ;[1]  - हड़बड़ी =  जल्दी में  [5] - मास्टर जी = शिक्षक 
     [2]  - बस्ता  = थैला  [6] - सबक = पाठ 
     [3] - थामना  = पकड़ना  [7] - सवाल =प्रश्न 
     [4] - मात खाना = हार जाना [8] - जवाब = उत्तर 

अर्थ गृहण  संबंधी प्रश्न 

  [1] - गदयांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
  [2] - स्कूल की घंटी बजने पर उसकी क्या प्रतिकृया हुई ?
  [3] - अप्पू पीछे की बेंच पर क्यू बैठा ?
  [4] - अप्पू की कक्षा में दो लड़कियां कौन थी ?
  [5] - मास्टर जी कक्षा में क्या पढ़ा रहे थे ?

  विषयवस्तु संबंधी प्रश्न      

 [1] - कक्षा में बैठकर अप्पू क्या देखने लगा ?
 [2] - कक्षा में बैठकर अप्पू को क्या नज़र नहीं आया ?                                        
 [3] - 'मात खाना' मुहावरे का अर्थ लिखकर अपने वाक्यो में प्रयोग कीजिये ।
 [4] - देर से पहुँचने  वाले बच्चो को कक्षा में कहा बैठना पड़ता हे ?

   अतिरिक्त ज्ञान का सम्प्रेषण 

        कंचे ग्रामीण  अंचल का खेल है । गाँव के बच्चे कंचे न मिलने पर मिट्टी की गोलियां, छोटे-छोटे आलू से ,तथा बकेन के  फलों से ही खेला करते थे । इसके साथ ही गाँव के बच्चे गुल्ली डंडा ,कुश्ती और कबड्डी के खेल भी खेलते थे । क्योंकि उन्हे शहर  जेसे खेल उपलब्ध नहीं हो पाते हैं ।

         छात्रों की सहभागिता  

  [1] - प्रस्तुत गदयांश किस पाठ से लिया गया है? 
  [2] - इस गदयांश के पाठ के लेखक का नाम लिखिए। 
  [3] - कंचे किससे बनते है?
  [4] - कंचे गोल और रंगबिरंगे क्यो होते है?

        जीवन मूल्य 

कंचे के खेल से इस पाठ का प्रारंभ और समापन हुआ है । अप्पू नाम का बच्चा अपने स्कूल की फीस से ही कंचे खरीद लेता है। यहाँ उसकी अबोध मानसिकता को दर्शाया गया है बच्चों को  संवेदनशील एवं विवेकशील होना चाहिए । माता पिता का यह प्रथम कर्तव्य है उन्हे घर की स्थिति का बोध बड़ी सहजता से करवाएँ  जिससे वे स्वयं को ढाल सके। 

मूल्यांकन 

  [1] - कंचे कहाँ मिलते है?
  [2] - कंचे काँच के अतिरिक्त और किस धातु से बनते है? 
  [3] - जॉर्ज स्कूल क्यों नहीं आया था?
  [4] - अप्पू कक्षा में पीछे क्यों बैठता था? 

 गृहकार्य

  [1] - पाठ के अंतर्गत किस बच्चे की ओर संकेत किया है?
  [2] - अप्पू स्कूल देर से क्यों आया होगा?
  [3] - देर से आने पर मास्टर जी ने उसके साथ कैसा व्यवहार किया होगा?
  [4] - अप्पू मास्टर जी की बात क्यों नहीं सुन पा रहा था ?

   क्रिया-कलाप

  [1] - कंचे के खेल में  अपने अनुभव लिखिए। 
  [2] - अपने कोई प्रिय खेल के बारे में लगभग 150-200 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए ।



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Sunday, 5 June 2016

पाठ 12-कंचा कक्षा सातवी

-जीवन मूल्य- 

    प्रस्तुत पाठ एक आंचलिक कहानी है जिसके लेखक टी पद्मनाभाम जी है। हमारे समाज में सभी वर्गो निम्न, मध्यम और उच्च स्तर के लोग रहते है। निम्न स्तर के गरीब लोग मध्यम और उच्च स्तर के लोगो खेल की बराबरी करना चाहते है परंतु धनाभाव के कारण वे अपनी इच्छाओं को दबाकर रह जाते है। यहाँ एक अप्पू नाम के गरीब बच्चे की मर्म स्पर्षी कहानी है जो अपने स्कूल  की फीस से ही कंचे खरीद लेता है। प्रेमचंद की ईदगाह कहानी में भी एक ऐसे हामिद नाम के बच्चे की भावुक कहानी है जो अपने     खिलौने खरीदने के पैसों से चिमटा खरीद लेता है क्योंकि उसकी दादी के हाथ रोटी बनाते समय जल जाते है। आज इस गरीबी-अमीरी के अंतर को मिटाने कि आवश्यकता है। अमीरों को चाहिए कि गरीबों की भलाई के लिए कार्य करें। सरकार को भी ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे गरीबों के बच्चे भी शिक्षा पा सके तथा अपने इच्छित  खिलौनों से खेल सके। यहाँ हामिद और अप्पू की विचार धारा में थोड़ा अंदर दिखाई दे रहा है। एक तरफ अप्पू है  जिसकी माँ गरीब है। वह अप्पू को स्कूल की फीस भरने के लिए पैसे देती जिससे वह कंचे खरीद लेता है तथा दूसरी तरफ समझदार हामिद अपने पैसों से चिमटा खरीद लेता है क्योंकि वह देखता था कि रोटी बनाते समय उसकी दादी के हाथ जल जाते है। आज आवश्यकता इस बात कि है कि बच्चे समझदार, संवेदनशील एवं विवेकशील बने तथा अपने घर की स्थिति को समझकर   पढे, लिखे तथा खेलें। 
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पाठ =कंचा कक्षा -सातवीं

कार्य  पत्रक 

    प्रश्न - नीचे दिए गए गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित                 प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।

                                              गदयांश   

                  एक कार सड़क पर ब्रेक लगा रही थी । वह उस वक्त भी कंचे चुनने में लगा था । 
           ड्राइवर को इतना गुस्सा आया की उस लड़के को कच्चा खा जाने की इच्छा हुई । उसने बाहर झाँककर                देखा,वह लड़का क्या कार रहा है ।
           हार्न की आवाज सुन कंचे कंचे चुनते अप्पू ने बीच में सिर उठाकर देखा । सामने एक मोटर है और उसके            भीतर ड्राइवर । उसने सोचा क्या कंचे उसे भी अच्छे लग रहे हैं ? शायद वह भी मजा ले रहा है । 
           एक कंचा उठाकर उसे दिखाया और हँसा , 'बहुत अच्छा हैं न । '
           ड्राइवर का गुस्सा हवा हो गया । वह हँस पड़ा । 
                [क] -   कार सड़क पर ब्रेक लगाकर क्यों रुकी ?
                [ख ] -  ड्राइवर को गुस्सा क्यों आया ?
                [ग ]-    हार्न की आवाज सुनकर अप्पू ने क्या सोचा ?
                [घ] -    ड्राइवर का गुस्सा हवा क्यों हो गया ?
                [ड़ ] -   ' कच्चा खा जाने की इच्छा होना' का अर्थ लिखकर वाक्य बनाइए । 
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Saturday, 4 June 2016

पाठ -कंचा [सातवीं ]

कार्य पत्रक -3

प्रश्न -   नीचे दिए गए गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 
                रोकने की पूरी कोशिश करने पर भी वह अपना दुख रोक नहीं सका । सुबकता रहा । 
            रोते -रोते उसका दुख बढ़ता ही गया । सब उसकी तरफ देखकर उसकी हँसी उड़ा रहे थे । रामन मल्लिका             ...सब । बेंच पर खड़े उसने सोचा,दिखा दूँगा सबको । जार्ज को आने दो । जार्ज जब आए ...जार्ज के आने             पर वह कंचे खरीदेगा । इनमें से किसी को वह खेलने नहीं बुलाएगा । कंचे को देख ये ललचाएँगे इतना                 खूबसूरत कंचा है ।
                   [क] -   अप्पू क्यों सुबक रहा था ?
                   [ख] -   अप्पू का दुख क्यों बढ़ता जा रहा था ?
                   [ग ] -   बेंच पर खड़ा -खड़ा  अप्पू क्या सोच रहा था ?
                   [ घ] -   अप्पू को ऐसा क्यों लग रहा था कि उसके कंचों को देख सभी ललचाएँगे ?
                   [ड़ ] -    इतना खूबसूरत कंचा है । -:वाक्य में "इतना "शब्द किस प्रकार का शब्द है ?