सार लेखन प्रारूप
प्र - नीचे दिए गए गदयांश को पढ़कर एक तिहाई शब्दों में इस् का सार लिखिए तथा शीर्षक भी दीजिए ।
वर्तमान युग उपभोक्तावादी संस्कृति का युग है । अनेक नए नए उत्पादन उपभोक्ताओं के लिए बाज़ार मे आ रहे हैं । उन सभी वस्तुओं के विज्ञापन रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से सामान्य जनता तक पहुँच रहे हैं। समाचारपत्र, पत्र-पत्रिकाओं आदि भी विज्ञापन के सफल माध्यम हैं । विज्ञापन का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । विज्ञापन का मूल उद्देश्य उत्पादक और उपभोक्ता में सीधा संपर्क स्थापित करना होता है। जितना अधिक विज्ञापन किसी पदार्थ का होगा उतनी ही उसकी लोकप्रियता बढ़ेगी। इन विज्ञापनों के महत्व को समझते हुए ही कंपनियाँ विज्ञापनों पर बड़ी मात्रा में धन व्यय करती हैं विज्ञापनो से वस्तुओं की बिक्री बढ़ जाती है । ग्राहक जब इन आकर्षक विज्ञापनों को देखता है तो उस वस्तु विशेष के प्रति आकृष्ट होकर उसे खरीदने को बाध्य होता है। यही कारण है की आजकल चारों ओर विज्ञापन दिखाई देते हैं। विज्ञापनों में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय,सार्वजनिक स्थान,गाड़ी,बस और यहाँ तक की शयन- कक्ष में भी प्रवेश कर लिया है। आज व्यक्ति विज्ञापनों से नहीं बच सकता। सौंदर्य-प्रसाधन से लेकर हवाई जहाज तक के विज्ञापन टेलीविज़न पर देखे जा सकते हैं।
उत्तर- सार- उपभोक्तावादी संस्कृति में अपने उत्पादों का विज्ञापन रेडियो,दूरदर्शन तथा समाचारपत्रों के माध्यम से किया जाता है। बड़ी मात्रा में विज्ञापन पर धन खर्च करके कंपनियाँ लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। आजकल चारों ओर विज्ञापनों की बाढ़ आई हुई है। ये सर्वत्र दिखाई देते हैं। शीर्षक - विज्ञापन का महत्व।
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प्र - नीचे दिए गए गदयांश को पढ़कर एक तिहाई शब्दों में इस् का सार लिखिए तथा शीर्षक भी दीजिए ।
वर्तमान युग उपभोक्तावादी संस्कृति का युग है । अनेक नए नए उत्पादन उपभोक्ताओं के लिए बाज़ार मे आ रहे हैं । उन सभी वस्तुओं के विज्ञापन रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से सामान्य जनता तक पहुँच रहे हैं। समाचारपत्र, पत्र-पत्रिकाओं आदि भी विज्ञापन के सफल माध्यम हैं । विज्ञापन का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । विज्ञापन का मूल उद्देश्य उत्पादक और उपभोक्ता में सीधा संपर्क स्थापित करना होता है। जितना अधिक विज्ञापन किसी पदार्थ का होगा उतनी ही उसकी लोकप्रियता बढ़ेगी। इन विज्ञापनों के महत्व को समझते हुए ही कंपनियाँ विज्ञापनों पर बड़ी मात्रा में धन व्यय करती हैं विज्ञापनो से वस्तुओं की बिक्री बढ़ जाती है । ग्राहक जब इन आकर्षक विज्ञापनों को देखता है तो उस वस्तु विशेष के प्रति आकृष्ट होकर उसे खरीदने को बाध्य होता है। यही कारण है की आजकल चारों ओर विज्ञापन दिखाई देते हैं। विज्ञापनों में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय,सार्वजनिक स्थान,गाड़ी,बस और यहाँ तक की शयन- कक्ष में भी प्रवेश कर लिया है। आज व्यक्ति विज्ञापनों से नहीं बच सकता। सौंदर्य-प्रसाधन से लेकर हवाई जहाज तक के विज्ञापन टेलीविज़न पर देखे जा सकते हैं।
उत्तर- सार- उपभोक्तावादी संस्कृति में अपने उत्पादों का विज्ञापन रेडियो,दूरदर्शन तथा समाचारपत्रों के माध्यम से किया जाता है। बड़ी मात्रा में विज्ञापन पर धन खर्च करके कंपनियाँ लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। आजकल चारों ओर विज्ञापनों की बाढ़ आई हुई है। ये सर्वत्र दिखाई देते हैं। शीर्षक - विज्ञापन का महत्व।
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Zabardast
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