अपठित काव्यांश
प्र- निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए । [5]
स्वातंत्र्य जाति की लगन, व्यक्ति की धुन है
बाहरी वस्तु यह नहीं, भीतरी गुण है
नत हुए बिना जो अशनि- घात सहती है,
स्वाधीन जगत में वही जाति रहती है
वीरत्व छोड़ पर का मत चरण गहो रे ।
जो आन पड़े, खुद ही सब आग सहो रे
उद्देश्य जन्म का नहीं, कीर्ति या धन है
सुख नहीं, धर्म भी नहीं, न तो दर्शन है
विज्ञान, ज्ञान- बल नहीं, न तो चिंतन है
जीवन का अंतिम ध्येय स्वयं जीवन है ।
सबसे स्वतंत्र यह रस जो अनघ पिएगा।
पूरा जीवन केवल वह वीर जीयेगा ।
[1] स्वतंत्रता को भीतरी गुण कहा गया है क्योंकि ---------
{क} स्वतंत्रता में विश्वास नहीं होता {ख} मन की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है
{ग} सामाजिक गुणों में श्रेष्ठ है {घ} लगन से मिलती है
[2] वही लोग स्वतंत्र बने रहते हैं जो --------------
{क} सपन्न होते हैं {ख} जागरूक होते हैं
{ग} कष्टों से नहीं झुकते {घ} स्वतंत्र होते हैं
[3] वही मनुष्य जीता है जो जीवन का अंतिम उद्देश्य मानता है ------------
{क} धन {ख} धर्म
{ग़} दर्शन {घ} जीवन
[4] 'पर का मत चरण गहो रे ' का आशय है ------------
{क} चरणों को साफ रखो {ख} विनम्र मत बनो
{ग़} कायर मत बनो {घ} पराई चिंता छोड़ दो
[5] वही जाति दुनिया में स्वतंत्र रह सकती है जो --------------
{क} वीर तथा साहसी है {ख} अशनि घात सहने वाली है
{ग} धन के पीछे दौड़ने वाली है {घ} धर्म की अंध भक्ति वाली है
उत्तर -[1]घ, [2] ग, [3] घ, [4] ग, [5] ख, ।
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प्र- निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए । [5]
स्वातंत्र्य जाति की लगन, व्यक्ति की धुन है
बाहरी वस्तु यह नहीं, भीतरी गुण है
नत हुए बिना जो अशनि- घात सहती है,
स्वाधीन जगत में वही जाति रहती है
वीरत्व छोड़ पर का मत चरण गहो रे ।
जो आन पड़े, खुद ही सब आग सहो रे
उद्देश्य जन्म का नहीं, कीर्ति या धन है
सुख नहीं, धर्म भी नहीं, न तो दर्शन है
विज्ञान, ज्ञान- बल नहीं, न तो चिंतन है
जीवन का अंतिम ध्येय स्वयं जीवन है ।
सबसे स्वतंत्र यह रस जो अनघ पिएगा।
पूरा जीवन केवल वह वीर जीयेगा ।
[1] स्वतंत्रता को भीतरी गुण कहा गया है क्योंकि ---------
{क} स्वतंत्रता में विश्वास नहीं होता {ख} मन की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है
{ग} सामाजिक गुणों में श्रेष्ठ है {घ} लगन से मिलती है
[2] वही लोग स्वतंत्र बने रहते हैं जो --------------
{क} सपन्न होते हैं {ख} जागरूक होते हैं
{ग} कष्टों से नहीं झुकते {घ} स्वतंत्र होते हैं
[3] वही मनुष्य जीता है जो जीवन का अंतिम उद्देश्य मानता है ------------
{क} धन {ख} धर्म
{ग़} दर्शन {घ} जीवन
[4] 'पर का मत चरण गहो रे ' का आशय है ------------
{क} चरणों को साफ रखो {ख} विनम्र मत बनो
{ग़} कायर मत बनो {घ} पराई चिंता छोड़ दो
[5] वही जाति दुनिया में स्वतंत्र रह सकती है जो --------------
{क} वीर तथा साहसी है {ख} अशनि घात सहने वाली है
{ग} धन के पीछे दौड़ने वाली है {घ} धर्म की अंध भक्ति वाली है
उत्तर -[1]घ, [2] ग, [3] घ, [4] ग, [5] ख, ।
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