काव्यान्श -2
प्रश्न -2 नीचे दिए गए काव्यान्श को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर दीजिए ।
तरुवर फल नहि खात है,सरवर पियत न पान ।
कहि रहीम पर काज हित, संपति -संचही सुजान । ।
थोथे बादर क्वार के,ज्यों रहीम घहरात ।
धनी पुरुष निर्धन भए ,करे पाछिली बात।।
धरती की सी रीत है ,सीत घाम औ मेह ।
जैसी परे सो सहि रहे ,त्यों रहीम यह देह । ।
[क] - कवि और कविता का नाम लिखिए । [ख] - तालावों और वृक्षों की क्या विशेषता बताई गयी है ?
[ग ]- सज्जन और विद्वान के संपति अर्जन का क्या उद्देश्य होता है ? [घ ] - रहीम ने निर्धन लोगों की तुलना किस से की है ?
[ड़]- रहीम के अनुसार हमारी देह किस की सहनशील होनी चाहिए ?
[च] - घाम और देह शब्दों के पर्यायवाची लिखिए ।
तरुवर फल नहि खात है,सरवर पियत न पान ।
कहि रहीम पर काज हित, संपति -संचही सुजान । ।
थोथे बादर क्वार के,ज्यों रहीम घहरात ।
धनी पुरुष निर्धन भए ,करे पाछिली बात।।
धरती की सी रीत है ,सीत घाम औ मेह ।
जैसी परे सो सहि रहे ,त्यों रहीम यह देह । ।
[क] - कवि और कविता का नाम लिखिए । [ख] - तालावों और वृक्षों की क्या विशेषता बताई गयी है ?
[ग ]- सज्जन और विद्वान के संपति अर्जन का क्या उद्देश्य होता है ? [घ ] - रहीम ने निर्धन लोगों की तुलना किस से की है ?
[ड़]- रहीम के अनुसार हमारी देह किस की सहनशील होनी चाहिए ?
[च] - घाम और देह शब्दों के पर्यायवाची लिखिए ।
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